नई दिल्ली: अमेरिका ने रविवार की सुबह b2 bomber का इस्तेमाल करते हुए ईरान पर बड़ा हमला किया और उसके फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस हमले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनके सैनिकों ने ईरान के तीन परमाणु साइस्ट्स को अपने निशाना बनाया और उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर वो कौन से बॉम्बर से जिससे अमेरिका ने ईरान को इतना नुकसान पहुंचाया। चलिए इस B2 बॉम्बर के बारे में जानते हैं।
B-2 बॉम्बर उन्नत क्षमताओं के लिए जाना जाता है
B-2 बॉम्बर एक क्रांतिकारी विमान है जो अपनी उन्नत क्षमताओं के लिए जाना जाता है। यह विमान 18000 किलोग्राम तक के पेलोड के साथ पारंपरिक और परमाणु दोनों तरह के हथियार ले जाने में सक्षम है। इसकी उच्च सबसोनिक गति और लगभग 9,600 किलोमीटर की Intercontinental operational range इसे एक शक्तिशाली हथियार बनाती है।
B-2 की विशेषताएं
- स्टील्थ डिजाइन: B-2 का स्टील्थ डिजाइन इसके इंफ्रारेड, सोनिक, विद्युत चुम्बकीय, दृश्य और रडार सिग्नेचर को कम करता है, जिससे इसे दुश्मन की रक्षा प्रणालियों द्वारा पता लगाना और निशाना बनाना मुश्किल हो जाता है।
- पंखों का आकार और मिश्रित सामग्री: B-2 के पंखों का आकार और मिश्रित सामग्री इसकी गुप्त क्षमताओं में योगदान करते हैं।
- विशेष कोटिंग्स: B-2 की विशेष कोटिंग्स इसकी गुप्त क्षमताओं को और भी बढ़ाती हैं।
B-2 बॉम्बर का संचालन
B-2 बॉम्बर का संचालन पहली बार 1997 में किया गया था और तब से इसने कई अमेरिकी सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने कोसोवो, अफगानिस्तान, इराक और लीबिया में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।
B-2 बॉम्बर की महत्वपूर्ण भूमिका
B-2 स्पिरिट की उन्नत क्षमताएं इसे भारी सुरक्षा वाले हवाई क्षेत्रों में प्रवेश करने वाले मिशनों के लिए सबसे उपयुक्त विमान बनाती हैं। इसकी सटीक हमले करने की क्षमता और लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता इसे एक शक्तिशाली हथियार बनाती है।
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