एक मुलाकात, झांसा, रिश्वत और फिर दरोगा गिरफ्तार: किसान से बेटे को फिजिकल टेस्ट पास कराने के लिए 13 लाख रुपए लिए थे

बेतिया। पुलिस ने बेतिया यातायात थाने में तैनात दरोगा देव मोहन सिंह को गिरफ्तार किया है। उनके ऊपर दरोगा बहाली में मदद के नाम पर ठगी करने का आरोप है। चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय के निर्देश पर आरोपी  दरोगा को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने भेड़िहरवा गांव के किसान रघुनाथ पंडित से बेटे को फिजिकल टेस्ट में पास कराने के लिए करीब 13 लाख रुपए लिए थे। 

बस स्टैंड में हुई थी दोनों की मुलाकात 

पीड़ित ने बताया कि 11 मई 2024 को बेतिया बस स्टैंड स्थित एक दुकान पर उनकी मुलाकात यातायात थाने में तैनात दरोगा देव मोहन सिंह से हुई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने दरोगा से अपने बेटे जितेंद्र के बारे में बताया और कहा कि उसने दरोगा भर्ती की पीटी और मेंस परीक्षा पास की है। इसके बाद दरोगा ने लालच देते हुए किसान से कहा कि उसका उच्च अधिकारियों से पहचान है और वो उनके बेटो को फिजिकल टेस्ट पास करवा देगा। हालांकि, इसके लिए उन्हें पैसे देने होंगे। 

दरोगा और उसके सहयोगी ने मिलकर लिए पैसे 

पीड़ित भी दरोगा के जाल में फंस गए और इस बात पर राजी हो गए। रघुनाथ पंडित ने दरोगा को साढ़े चार लाख रुपए दिए। इनमें 2 लाख नकद और ढ़ाई लाख रुपए ऑनलाइन भेजे। इसके अलावा दरोगा के सहयोगी राहुल यादव को आठ लाख 49 हजार रुपए दिए। इनमें 3 लाख 85 हजार नकद और 4 लाख 64 हजार रुपए ऑनलाइन किए। 

फिजिकल टेस्ट में पीड़ित का बेटा फेल हो गया

हालांकि, जब दरोगा भर्ती परीक्षा में फिजिकल टेस्ट हुआ तो इसमें रघुनाथ पंडित का बेटा जितेंद्र फेल हो गया। इसके बाद रघुनाथ पैसे वापस लेने के लिए दरोगा के पास गया तो वो मिलने से ही मना कर दिया। पीड़ित ने जमीन बेचकर रुपए जुटाए थे। उसने साक्ष्य के साथ इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों के पास की। जिसके बाद आरोपी दरोगा देव मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब उसके सहयोगी राहुल यादव की भूमिका की भी जांच कर रही है।

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